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शुक्रवार, 22 मई 2020

डा श्याम गुप्त के अभिनन्दन ग्रन्थ 'अमृत कलश --आलेख -६..लघुकथाकार डा श्याम गुप्त -----अपर्णा गुप्ता

                                            कविता की भाव-गुणवत्ता के लिए


-डा श्याम गुप्त के अभिनन्दन ग्रन्थ 'अमृत कलश का लोकार्पण २२-०२-२०२० को हुआ |---तुरंत लौकडाउन के कारण कुछ विज्ञ लोगों तक नहीं पहुँच पा रही है अतः --यहाँ इसे क्रमिक पोस्टों में प्रस्तुत किया जाएगा | प्रस्तुत है - -पंचम पुष्प ----आलेख-६ -



लघुकथाकार डा श्याम गुप्त -----अपर्णा गुप्ता

           आदरणीय डा श्याम गुप्त जी हिन्दी भाषा के खड़ीबोली व ब्रजभाषा के बहु आयामी साहित्यकार हैं | आप गद्य पद्य दोनों विधाओं के गीत, अगीत, नवगीत, छंदोबद्ध काव्य, ग़ज़ल, कथा, कहानी, आलेख ,निबंध, समीक्षा, उपन्यास, नाटिका सभी में रचना करते हैं |

          डा श्याम गुप्त  बहुत सी रचनाओं के सहयोगी रचनाकार एवं कृतियों की भूमिकाओं के लेखक हैं | वे इंटरनेट पर हिन्दी साहित्य के प्रचार प्रसार में भी संलग्न हैं| साहित्य के प्रसार प्रचार हित अपने पूज्य पिता स्व.ला. जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता की स्मृति में प्रतिवर्ष एक  मार्च साहित्यकार दिवस पर एक साहित्यकार को सम्मानित व पुरस्कृत भी करते हैं |

         आप काव्यदूत, सृष्टि महाकाव्य, ब्रजभाषा में ब्रज बांसुरी,  उपन्यास इन्द्रधनुष,  लक्षण ग्रन्थ ‘अगीत साहित्य दर्पण’ व कुछ शायरी की बात होजाए आदि लगभग १५ कृतियों के रचयिता हैं जो  मनमोहक गीत ,  ग़ज़ल आदि सुन्दर रचनाओं से परिपूर्ण कृतियाँ हैं |

        लघुकथाकार के रूप में वे एक समर्थ  लघुकथाकार हैं|  अप लघुकथा शोध केंद्र , भोपाल की लखनऊ  शाखा के सक्रिय सदस्य हैं| आप लगभग 50 लघुकथाएं लिख चुके हैं लघुकथाकार डा श्याम गुप्त जो प्रति माह होने वाली गोष्ठी में प्रस्तुत की जाती हैं | उनके लघुकथा पर प्रस्तुत समीक्षाएं, व आलेख, वक्तव्य  व नीति-निर्देश आदि सार्थक, तर्कपूर्ण व विवेचनात्मक होते हैं|

       अनेकों सम्मानों  व उपाधियों से सम्मानित डा श्याम गुप्त जी का व्यक्तित्व वास्तव में शोध योग्य है जिस पर लखनऊ विश्व विद्यालय में शोध भी हो चुका है |  उनकी साहित्य सेवाओं हेतु अभिनंदन ग्रन्थ प्रकाशन पर उन्हें शुभकामनायें  प्रस्तुत हैं |

  आशियाना, लखनऊ                                                                  अपर्णा गुप्ता
                                                                                                    अध्यक्ष ,
                                                                                       लघुकथा शोध केंद्र , भोपाल
                                                                                              लखनऊ शाखा

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